Friday, December 15, 2023

मरा हुआ आदमी जिंदा कैसे करे ।। क्या तांत्रिक मुर्दों को जिंदा कर सकते हैं


मरा हुआ आदमी को जिंदा कैसे करे। दिल्ली में 27 दिन बाद मुर्दा जिंदा हो गया। क्या कार्र जिससे अकाल मृत्यु से बच सके। अपने मोत के तारिक को कैसे पता करे। हम कब मरेंगे कैसे पता करे। 

मरा हुआ आदमी जिंदा कैसे करे ।। क्या तांत्रिक मुर्दों को जिंदा कर सकते हैं


दोस्तो आज के इस पोस्ट में हम यही सब के बारे में जानेगे। की कैसे मरा हुआ आदमी को हमलोग जिंदा कर सकते है। और कैसे अकाल मृत्यु से बचा जा सकता है। यही सब जानेगे। तो दोस्तो पोस्ट को आप बिलकुल अंत तक पढ़े। 


नमस्कार दोस्तो मेरा नाम Prayag Verma ओर आप सभी को हमारे Website Verma News को subscribe जरूर करे। तो चलिए जानते है। 


आत्म हत्या के विचारों से कैसे बचें? 

आज sosial media पर भीड़ तो  बहुत है। लेकिन आज इंशान इंदर से उतना ही अकेला है। और उसी अकेलेपन की वजह से कभी - कभी उसके दिमाग मे सुसाइट थोड़ आने लगते है। दोस्तो 2 september सुसाइट day है। तो चलिए जानते है। सुसाइट के लक्षण क्या होते है। और इससे कैसे बचा जा सकता है। 


         सुसाइट के लक्षण 

सबसे पहले अपने आप मे खोया रहना अकेलेपन महसूस करना हमेशा nagetive सोच में रहना बार - बार मरने का ख्याल आना झूट बोलना। लोगो के बीच ना रहना और जिंदगी को अच्छा ना बिताना ये सब सुसाइट के लक्षण है। 


         सुसाइट से कैसे बचें? 

दोस्तो इसको धयान से पढियेगा। अगर आपके दिमाग मे भी ऐसे ख्याल आते है। तो लोगो को ऐसे music सुनना चाहिए। ऐसे लोगो को कभी भी अकेले नही छोड़ना चाहिए। ऐसे लोगो को अपने मन की बात लोगो के पास शेयर करना चाहिए।


ऐसे लोगो को हेल्दी खाना चाहिए। अच्छे नींद लेने चाइये । आयाम करना चाहिए। और बाकी लोगो के साथ घुमाना मिलना चाहिए। 


दफना दिया फिर हुए जिंदा

दोस्तो ऊपर वाला चाहे तो किसी को मौत के मोह से भी बाहर निकाल सकता है । कुछ ऐसे ही घटना घटी 1915 में जब एक औरत अपने बहन असिडोन्ट के अंतिम संस्कार में पहुँचने में थोड़ी सी लेट होगयी।


लेकिन तब तक उसकी बहन को दफनाया जा चुका था। लेकिन वो औरत अपनी बहन को आखिरी बार देखना चाहती थी। तो इस वजह से दुबारा से उनकी बहन के ताबूत खोला गया।


लेकिन उसके बाद जो हुआ वो किसी चमत्कार से कम नही था। जैसे ही ताबूत को खोला वो मरी हुई बहन ने अपनी आंखें खोली ओर अपने बहन की तरफ देखकर मुस्कुराना लगी।


ओर वो उठ कर खड़ी हुई उसके बाद वही महिला लगभग 47 साल तक ओर जिंदा रहा दोस्तो ये सच्ची घटना है। कहते हैं ना जाखो राखै सैंया मार सके ना कोय 


पुनर्जन्म की सच्ची घटनाएं इन हिंदी

दोस्तों ये सच है। कि लोगो को पुनः जन्म होता है। लेकिन पुनः जन्म कर्म के अनुसार होता है। तो आज के इस पोस्ट में हम आपको कुछ ऐसे तस्वीर दिखाने वाले है। जो कि पुनः जन्म लिया है। 

मरा हुआ आदमी जिंदा कैसे करे ।। क्या तांत्रिक मुर्दों को जिंदा कर सकते हैं


मरा हुआ आदमी जिंदा कैसे करे ।। क्या तांत्रिक मुर्दों को जिंदा कर सकते हैं


दोस्तो ये सच्ची घटना है। ये जो आप फ़ोटो में सब को देख रहे है। वो सब पुनः जन्म लिया है। कर्म के अनुसार फल मिलता है। 


जो जन्मा है वह मरेगा ही चाहे वह मनुष्‍य हो, देव हो, पशु या पक्षी सभी को मरना है। ग्रह और नक्षत्रों की भी आयु निर्धारित है और हमारे इस सूर्य की भी। पुनर्जन्म की धारणा सिर्फ भारत के धर्मों में ही पाई जाती है जबकि पश्चिम के धर्म इस सिद्धांत को नहीं मानेत हैं। परंतु सवाल यह है कि क्या मृत्यु के बाद पुनर्जन्म मिलता है और पुनर्जन्म आखिर होता क्या है।

 

 1. 30 सेकंड में अगला जन्म : उपनिषदों के अनुसार एक क्षण के कई भाग कर दीजिए उससे भी कम समय में आत्मा एक शरीर छोड़ तुरंत दूसरे शरीर को धारण कर लेता है। यह सबसे कम समयावधि है। सबसे ज्यादा समायावधि है 30 सेकंड। परंतु पुराणों के अनुसार यह समय लंबा की हो सकता है 3 दिन, 13 दिन, सवा माह या सवाल साल। इससे ज्यादा जो आत्मा नया शरीर धारण नहीं कर पाती है वह मुक्ति हेतु धरती पर ही भटकती है, स्वर्गलोक चली जाती है, पितृलोक चली जाती है या अधोलोक में गिरकर समय गुजारती है।

 

2. प्राणवायु से जुड़ा संबंध : सूक्ष्म शरीर को धारण किए हुए आत्मा का स्थूल शरीर के साथ बार-बार संबंध टूटने और बनने को पुनर्जन्म कहते हैं। इसका उत्तर जन्म के उत्तर में ही छिपा हुआ है। दरअसल, सूक्ष्म शरीर और स्थूल शरीर के बीच जो प्राणों का संबंध स्थापित है उसका संबंध टूट जाना ही मृत्यु है और उसका जुड़ जाना ही पुनर्जन्म है।


दिल्ली में 27 दिन बाद मुर्दा जिंदा हुआ ? 

दोस्तो दिल्ली में 27 दिन बाद मुर्दा जिंदा हो उठा। हम आपको बता रहे है। तो आपको मजाक लग रहा होगा। लेकिन ये सच है। जब उसके अंतिम संस्कार हो गया तो 27 दिन बाद मुर्दा जिंदा होकर घर गया। जब वो घर गया तो सबके होश उड़ गए। और सब डर गए। 


गजब! मुर्दा हुआ जिंदा, 27 दिन बाद पहुंचा घर!

नई दिल्ली। सोचो किसी के घर युवक के मरने के बाद पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ हो और 27 दिन बाद अगर वह युवक घर जिंदा वापस लौट आए तो उस घर के परिवार की हालत क्या होगी। परिवार में अचानक कितनी खुशी होगी यह तो सब जानते हैं।


ऎसा ही एक मामला दिल्ली में देखने को मिला। सूत्रों के अनुसार बाहरी दिल्ली के समयपुर बादली थाना क्षेत्र में गत दिनों ग्रामीणों ने एक चोर की जमकर पिटाई कर दी थी जिससे उसकी मौत हो गई थी। लेकिन अंतिम संस्कार के 27 दिन बाद यह चोर एक बार फिर अपने घर पहुंच गया, जिसे देख प़डोस में रहने वाली महिला डर से बेहोश हो गई। यह कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि बाहरी जिला पुलिस की लापरवाही का मामला है।


जिसमें पुलिस ने जिस युवक के शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंपा था, वह उनका बेटा न होकर कोई ओर युवक था। गौरतलब है कि 23 अगस्त को बादली इलाके में कुछ चोर चोरी कर भाग रहे थे। लोगों ने उनका पीछा किया और एक चोर को पक़ड लिया। पक़डे गए चोर की लोगों ने जमकर पिटाई की जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसकी पहचान की जो अवधेश (30) पुत्र कर्म सिंह निवासी बादली गांव के रूप में हुई। पुलिस ने पोस्टमार्टम से संबंधित कार्रवाई कर शव की पहचान के बाद परिजनों को शव सौंप दिया।


बेटे की मौत के बाद कर्म सिंह ने विधि-विधान से अंतिम संस्कार कर अस्थियां गंगा में बहा दी। लेकिन गत 20 सितम्बर की रात 7.30 पर अवधेश अपने घर वापस आ गया। जिसके बाद पूरे इलाके में उसके आने की खबर आग की तरह फैल गई। ब़डी संख्या में जो लोग कुछ दिन अवधेश का शोक मनाने उसके घर पहुंचे थे, आज अवधेश उनके सामने जिंदा बैठा था। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और अवधेश की वेरिफिकेशन की। जिसके बाद जिंदा युवक की पहचान बतौर अवधेश साबित हो गई।


ऎसे में अब पुलिस द्वारा पहले की गई कार्रवाई सवालिया निशान लग गए हैं कि बादली थाना पुलिस भी हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन कर रही थी और पुलिस ने कैसे पूरी वेरिफिकेशन के बिना ये शव इस परिवार को दे दिया था। अवधेश जिन्दा है तो अंतिम संस्कार किसका कर दिया गया। इन सवालों का जवाब पुलिस को पुलिस को भी देना होगा। लेकिन फिलहाल अवधेश के जिंदा होने की खबर से परिजन ही नहीं, पूरा इलाका स्तब्ध है।


गौर हो कि कई बार धोखे से ऎसा हो जाता है। पुलिस ही नहीं अस्पतालों में भी कई बार ऎसे मामले देखने को मिल जाते हैं कि पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सौंप दिया जाता है और वह शव किसी और का होता है।


     यमराज से बचने के उपाय

दोस्तो यमराज से बचने का उपाय एक ही है। अगर आप ये मंत्र का उपयोग करेंगे। तो आप यमराज से बच सकते है। और इक्षा मन मृत्यु ले सकते है। या फिर आप भगवान के शरण मे चले जायेंगे। 


Mahamrityunjaya Mantra In Hindi: संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र, जानें जप विधि, अर्थ एवं इससे होने वाले लाभ

Mahamrityunjaya Mantra In Hindi आज महाशिवरात्रि का दिन भगवान शिव की आराधाना के लिए समर्पित होता है। ऐसे में आज हम आपको उनके सबसे प्रभावशाली महामृत्युंजय मंत्र के बारे में बता रहे हैं। महामृत्युंजय मंत्र के जाप की विधि क्या है? महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ क्या है?


Mahamrityunjaya Mantra In Hindi: संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र, जानें जप विधि, अर्थ एवं इससे होने वाले लाभ


Mahamrityunjaya Mantra In Hindi: आज महाशिवरात्रि का दिन भगवान शिव की आराधाना के लिए समर्पित होता है। ऐसे में आज हम आपको उनके सबसे प्रभावशाली महामृत्युंजय मंत्र के बारे में बता रहे हैं। महामृत्युंजय मंत्र के जाप की विधि क्या है? महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ क्या है? महामृत्युंजय मंत्र के जाप से होने वाले लाभ क्या हैं?


संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र


ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।


    महामृत्‍युंजय मंत्र का अर्थ

इस पूरे संसार के पालनहार, तीन नेत्र वाले भगवान शिव की हम पूजा करते हैं। इस पूरे विश्‍व में सुरभि फैलाने वाले भगवान शंकर हमें मृत्‍यु के बंधनों से मुक्ति प्रदान करें, जिससे कि मोक्ष की प्राप्ति हो जाए।


   महामृत्‍युंजय मंत्र जप की विधि

महामृत्‍युंजय मंत्र का जाप आपको सवा लाख बार करना चाहिए। वहीं, भोलेनाथ के लघु मृत्युंजय मंत्र का जाप 11 लाख बार किया जाता है। सावन माह में इस मंत्र का जाप अत्यंत ही कल्याणकारी माना जाता है। वैसे आप यदि अन्य माह में इस मंत्र का जाप करना चाहते हैं तो सोमवार ​के दिन से इसका प्रारंभ कराना चाहिए। इस मंत्र के जाप में रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करें। इस बात का ध्यान रखें कि दोपहर 12 बजे के बाद महामृत्‍युंजय मंत्र का जाप न करें। मंत्र का जाप पूर्ण होने के बाद हवन करन उत्तम माना जाता है।


क्यों करते हैं महामृत्युंजय मंत्र का जाप

महामृत्युंजय मंत्र का जाप विशेष परिस्थितियों में ही किया जाता है। अकाल मृत्यु, महारोग, धन-हानि, गृह क्लेश, ग्रहबाधा, ग्रहपीड़ा, सजा का भय, प्रॉपर्टी विवाद, समस्त पापों से मुक्ति आदि जैसे स्थितियों में भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाता है। इसके चमत्कारिक लाभ देखने को मिलते हैं। इन सभी समस्याओं से मुक्ति के लिए महामृत्युंजय मंत्र या लघु मृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाता है।


दोस्तो एक यही मंत्र है जिसे आप जाप करने से मौत पर विजय पा सकते है। ये मंत्र भगवान शिव जी के है। ये मंत्र जाप करने से यमराज भी डरता है। असल मे आप ये मंत्र कभी भी जाप कर सकते है। लेकिन त्योहार के समय मे जाप करने से भगवान शिव जल्दी खुश होते है। 


तो दोस्तो उम्मीद करता हूं। कि ये जानकारी आपको काफी पसंद आया होगा। तो क्या आपके मन मे अभी भी कोई प्रश्न है। तो हमे कमेंट बॉक्स में जरूर बताये। 


इंसान कब तक जिंदा रहेगा?

मरने के बाद इंसान जिंदा हो सकता है क्या?

आदमी मरते समय क्या सोचता है?

मरे हुए इंसान से बात कैसे करें?

मौत के बाद कितने समय तक हमारा हृदय जीवित रह सकता है

इंसान के मरने के बाद कितने देर तक शरीर में खून रहता है

मरा हुआ आदमी in English

वैज्ञानिकों के अनुसार मौत के बाद होता है ये

अकाल मृत्यु के बाद क्या होता है

क्या मौत पहले से ही निश्चित होती है

दिल्ली में 27 दिन बाद मुर्दा जिंदा हुआ

आत्मा क्या चाहती है

क्या मृत्यु के बाद संबंध समाप्त हो जाते हैं

समय से पहले मौत हो जाना

क्या तांत्रिक मुर्दों को जिंदा कर सकते हैं

मरने के बाद यमराज क्या सजा देता है

मरे हुए को देखना

मृत्यु कैसे प्राप्त होती है



अकाल मृत्यु के बाद क्या होता है

अकाल मृत्यु के बाद आत्मा कहां जाती है

अकाल मृत्यु से बचने के उपाय

अकाल मौत कोई नहीं मरता, जान लेने से 24 घंटे पहले हर इंसान को ये 4 संकेत देते हैं यमराज

मृत्यु के बाद आत्मा कितने दिन धरती पर रहती है

अकाल मृत्यु मंत्र

यमराज से बचने के उपाय

फांसी के लक्षण

समय से पहले मौत हो जाना

अकाल मृत्यु हरणं सर्व व्याधि विनाशनम्

क्या मौत पहले से ही निश्चित होती है

बाढ़ से बचने के उपाय

मौत के संकेत से पहले अंतिम घंटे

सूखा से बचाव के उपाय


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