इंसानी DNA के साथ खेलवाड़ करना डिजाइनर baby टेस्टयू में पैदा करना जिसमें आंखे नए नक्षत्र का हो और शरीर ट्यून जनशन रॉक का और दिमाग को Albert Einstein का क्या होगा। एसे इंशनी नस्ल का क्या ह्यब्रेड सब्जी भजियो को तरह इंसान भी ह्यब्रेड नही हो जाएंगे। इशानी नस्ल दुसित नही हो जाएगी।
बर्वाद नही हो जाएगी। जेनिट Engerning एक अभी सराफ है। ऐसे अभी बंद कर देना चाहिए। यही सोचते है। ना आप अगर आप यही सोचते है। तो सालासर गलत है। देखिए कभी - कभी हमारा दिमाग हमारे आसपास के माहौल में खुली गलत जानकरी को ओर भी गलत तरीको से समझ लेता है। वो समझ लेता है। जो है ही नही ओर ऐसा ही कुछ हुया है। जेनिट इंजीनियरिंग के साथ जेनिटिक engerning का मतलब हमेशा इंशनो के orginal DNA change कर देना नही होता है।
सही तरीके से इस्तेमाल की जाए तो इससे हमारी नस्ल खराब नही होती जेनिटिक एंगीनरिंग से सिर्फ कुछ मोलिक्यू के हेयर फेर से कुछ अजीब किया जा सकता है। जो सपने में भी आज का medical science नही सोच सकता है। थोड़ी देर के लिए अपने over mind को rest दीजिए।
बुढ़ापा रोकने की दवा
बुढापा खत्म करने का मतलब अमरता नही होती है। और इससे पोलिक्शन्स में जो हर असर पड़ेगा। उसपे हम इस पोस्ट के अंत मे details में बात करेंगे। अभी जानते है। बेहतरीन वैज्ञानिक के बारे में जिसने बुढ़ापे के प्रॉसेस को लगभग तैयार कर लिया है। और उसे Revaris करने का तरीका तैयार कर चुके है।
जानते हैं उनके secusfull experiment के बारे में जो क्रांति ला सकता है। पूरी मानव जाति में हर जीव हर लिंगकेमोशा AG का उम्र बढ़ने का सिखार होता है। ये Aging बुढापा कुदरत प्रॉसेस है। लेकिन science अब तक ये समझ नही पाए थे। कि AG होती किन कारणों से बुढापा आता क्यों है। कुछ थिओरे प्रोपेस की गई थी।
जिस में कहना था। AG कुदरत की तोर पर एक ऐसा प्रोसेस है। जिनका प्रोग्रामिंग हमारे DNA में पहले से फ्रिफ़ीड होती है। सबसे कृब्दल थिओरे जो अब तक सामने थी उसका अनुसार AG DNA में डैमेज म्यूटेशन ओर फील्ड के मरोगरेशन के वजह से होता है। लेकिन How are university के होनहार वैज्ञानिक डॉक्टर सिंकलियार ने हाल ही में बड़ा ब्रेक हासिल किया है।
AG के कोट को लगभग ecot कर लिया है। उन्होंने ने डॉक्टर सिंकलियार के अनुसार AG के प्रॉसेस DNA में डैमेज के वजह से नही होता बल्कि हमारे DNA बहुत Strong होता है। जो खुद को रिपेयर नही कर सकता है। डॉक्टर सिंकलियार ने अपने research करके ये साबित कर दिया है। कि AG का एक बहुत बड़ा भाग APGNO में खराबी की वजह से होता है।
मनुष्य में बुढ़ापा किस ग्रंथि के लुप्त हो जाने के कारण आता है। APGNO होता क्या है
आइए जानते है। APGNO है। क्या APGNO DNA around के quilt यानी कि एरिथ गृत के मैटीरियल होता है। इसके अंदर कुदरती तोर के इंफरोमेक्शन होती है। DNA के किस भाग को एक्टिविटी किया जाए। और किस भाग को डिएक्टिवेट किया जाए। ताकि शरीर सही तरीके से चले।
सरल भाषा में कहे तो DNA पे लगे उन ON/OFF switch को लगे। और चालू करने की इंफरोमेक्शन जो कि ये तय करती है। कि अब जो नया sell जो बनाना है। वो किस प्रकार का नाब sell होगा। या कील sell ।
दोस्तो एक बात आपको बता दे। जन्म से ही DNA ही वो Gyuding froce होती है। जिसके अंदर ये इंफरोमेक्शन coding होती है। कि हमारा शरीर मा के गर्व में कैसे डेवलेप होगा। कैसा पैदा होने के बाद बच्चे का विकाश कैसे होगा। बुद्धा होकर मृत्यु तक आपका शरीर कैसे grow करेगा। उसके अंदर कोंन सी बीमारियों डेवलेप होगी। ये सारी इंफरोमेक्शन coding होती है।
मनुष्य में बुढ़ापा किस ग्रंथि के लुप्त हो जाने के कारण आता है
ओर डॉक्टर सिंगकीलियार ने के अनुसार ये frod DNA के रीढ़ गृत पृथ हुए । APGNO में दर्ज होते है। APGNO DNA के कुछ हिस्सों में कोयड होता है। गुथा हुया होता है। और कुछ हिस्सों में खुला हुआ रहता है। लेकिन उम्र बढ़ने के साथ - साथ APGNO में बदलाव होने लगते है। APGNO DNA के जहाँ क्विड होता है। वहाँ ढीला पड़ने लगता है। अंकोल हों जाता है। और जहाँ क्योइल्ड नही होता है। वहाँ quild होने लगता है।
ये समझ लीजिए अपीजिओं के अंदर जेनिटिक fods होते है। उनकी इंफरोमेक्शन उड़ती जाती है। lcd में आई कृत की तरह नतीजतन DNA पर लगे ON/Off swicth को ऑपरेट कर पाने की काबिलियत apgno के अंदर खत्म हो जाती है। ओर इसकी वजह से DNA शरीर मे नए सेलिएस बनाने की प्रक्रिया एनिसिएत नही कर पाता है।
इंसान बूढ़ा क्यों होता है
जिसके वजह से बढ़ती उम्र के साथ ही साथ हमारा शरीर सेल्स नही बना पाता है। पुराने सेल्स की वजह से शरीर पुराना ही होते जाता है। और ऐसे ही बुढापा कहते हैं। डॉक्टर सिंगकीलियार के अनुसार बुढापा एक बहुत ब्रॉड टर्म है। जो शरीर मे चल रही बहुत सी प्रेसिल्स की वजह से आता है।
बुढ़ापा रोकने की दवा
लेकिन उनका दावा है। कि जो बुढ़ापे की बड़ी वजह है। उसे उन्होंने दिकोट कर लिया है। और वो वजह है। अपकिजेंटिक coding इंफरोमेक्शन का नष्ट हो जाना ना कि DNA में कोई डेमेज की वजह से जैसे कि पुरानी थिओरे इसमे प्रोपोज किया गया है। समस्या DNA में नही बल्कि APGNO में होती है।
देखिए दोस्तो अब हम जेनिटिक एंगीनरिंग के बेहद दिलचस्प मोड़ पर आ गए है। अब जरा गौर से पढ़िए।
सबसे बड़ी बात ये है। कि डॉक्टर सेंकीलियार और उनकी टीम ने ये भी खोज निकाला है। केपीजीनो में ये बदलाव ये डेमेज आते कैसे है। दर्शल हमारे DNA में 4 तरह के पेशें पाये जाते है। जिन्हें नाम दिया गया है। A,C,G,D इन्हीं4 पेसेन्स जोड़ने से हमारा DNA strend बनाता है। double स्ट्रिप जो रहता है।
मिथाइल ग्रुप के उम्र के साथ - साथ ACGD पेसेन्स में से C से अटैच होने लगते है। और जहाँ ये अटैच होता है। ये मिथाइल ग्रुप DNA यानी उसी भाग से apgno को अंत क्योँ होना शुरु हो जाता है। डेमेज होना शुरू हो जाता है। और साथ ही उसमे cod का इंफरोमेक्शन भी demage होने लगता है। जिसमे शरीर को वापस से रिपेयर करनी की इंफरोमेक्शन होती है।
जल्दी बुढ़ापा आने के कारण
सरल मणियों में शरीर को जवान बनाये रखने की इन्फॉर्मेशन होती है। मिथाइल रूप से होने वाला demage पूरी सटीकता के साथ मापा भी जा सकता है। एक कंप्लीट DNA camp प्रोसेसर से जंतिक mange भी किया जाता है। और इसे पे best बनाया जाता है। जिसे कहाँ जाता है। हरवा क्लॉथ बताया जाता है।
इस हर वक्त क्लॉथ में वो सारी जानकारी रहती है। कि किस तरीक़े से आपके शरीर जिंदगी भर किस - किस प्रस्तिति से गुज़रियेगी। उसे प्रेएड किया जाता है। कोंन सी बीमारियां होंगे। Health कैसा रहेगा। ये जाना जाता है। हर वक्त क्लॉथ से ये भी प्रेएड किया जा सकता है। क्या आपके मृत्यु कब होगी।
बुढ़ापा रोकने की आयुर्वेदिक औषधि
जरा सोच के देखिए। अगर हम अपविनो में होने वाली इस demage को revals कर दे। तो क्या AG Revels नही हो जाएगी। क्या बुढापा आपस जवानी में नही बदल सकता है। ओर अगर ऐसा किया जा सकता है। तो ये resert बटन की कितनी बार दबाया जा सकता है। ये बड़ा सवाल है।
डॉक्टर सिंगकीलियार ओर उनकी टीम ने एक एक्सपेरिमेंट किया उन्होंने 2 चूहे लिए। दोनों जुड़वा एक ही दिन जन्मे 2 चूहे उनमें से एक चूहे में research टीम में अपिजेनीतिक कॉड को demage करनी वाली प्रोसेस को एक्ससेरेट कर दिया बढ़ा दिया नतीजा आपके सामने है।
ये उस अलसी एक्सप्रेमेन्ट के रिजेलट्स है। आप screenshot photo में देख रहे है। आप देख सकते है। 2 चूहे दोनों एक ही उम्र के एक ही दिन एक ही माँ से पैदा हुए लेकिन इस चूहे के apgno cod को demage कर दिया गया है। वो दूसरे के अपेछा ज्यादा बुद्धा दिख रहा है। इंटरेस्टिंग चीजे तब शुरू हुई जब डॉक्टर सिंगकीलियार के टीम में एक ओर एक्सप्रेमेंट किया।
उन्होंने ने इस बार फिर इडेंटि ट्विन रेड्स लिए। दोनों की उम्र थी 20 महीने अगर इंशान की उम्र से कंपेयर करे। तो ये 70 साल के इंसान की इन दोनों में से एक चूहे को MNN दिया गया । ये MNN शरीर मे MAD लेवल को बढ़ाता है। जो Apgno को मिथाइल रूप से होने वाली demage से ना सिर्फ बचाता है। बल्कि उसे रेपयेर भी करता है।
आप इन चूहे को रोजाना दौड़ाया जाता है। इस एक्सप्रेमनेट के नतीजे चोकाने वाले थे। कि इस चूहे के MAD लेवल HiGh थे। और दूसरे चूहे से बहुत ज्यादा दौड़ता था। हर डे जहाँ अन्तरिटेट रेड 230m के लगभग पर डे दौड़ पता था। वही ट्रेटेड रेड 400m से ऊपर पर डे दौड़ जाता था। ये एक्सप्रेमनेट कई महीने तक चला नतीजे सामने है।
क्या बूढ़े भी अब होंगे जवान
एक चूहा बुद्धा हो जा रहा था। और दूसरा जिसे NDDP दिया जा रहा था। वो लगतार बेहतर और बेहतर होता जा रहा था। यकीनन वो दूसरा चूहा जवान हो रहा था।
दोस्तो अगर एक बार ये सोचा जाए। कि इस धरती को इंशनो में Test होने में ओर सफलता पूर्वक इस धरती को सभी के लिए अवेलेबल होने में वक्त है। तो ही चूहे को जवान बनाना एक बहुत ही अद्भुत खोज है। एक बहुत बड़ी अवधि है। आपको बता दे। ये मैजिकल MAD का मोनीकयुजुल जो Apgno के कुदरती जो सदा जवान बने रहने के लिए cod को मेंटेन रखता है।
बुढापा रोकने की दवा
ओर उसे उम्र के साथ loss होने से रोकता है। ये दर्शल कुदरत के तौर पर भी शरीर मे बनाता है। डॉक्टर सिंगकीलियार ने ये साबित कर दिया है। अच्छे foods हेबेट , सही देबेत , Rest, exercise , ओर fasting , बीच - बीच मे उपवास से NAD नामक वो म्योकिल फ्यूल को बनाया जा सकता है।
ओर ये सभीत करता है। कि क्योकि साथ मे खाना खाने वाले active lifestyle जीने वाले लोग ज्यादा जीते है। और एक अच्छे quilty के जिंदगी जीते है। बुढापा उन्हें देर से आता है। लेकिन कमर सल draks एक दवाई के रूप में NAD को market में अवेलबल करने सारे माफ दंड हमेशा - हमेशा के लिए बदल जाएंगे।
NAD सही मणियों में मानव जाति के लिए फॉण्टन एंड यूथ का काम कर सकता है। अब कुछ बड़े सवाल जिनके उत्तर तो आप ही दे सकते है। या वेज्ञान या फिर वक्त कितने बार हम NND देकर प्रोग्रामिंग को reset कर सकते है। क्योंकि कभी ना कभी ये अपेजेंटिक cod लुस होगा।
बूढ़े भी अब होने जवान
हमेशा जवान रहने के इस फ्रोमुले से मानव शरीर की प्रजनन छमता बच्चे पैदा करने की छमता पे क्या असर पडेगा। जो व्यक्ति MAD लेकर 70 साल में भी 30 का दिखेगा। क्या वो सनातन युपति करेगा। उस बच्चे के DNA में कोई डिफेक्ट हो सकता है। या ऐसे लोगो की प्रजनन छमता खत्म हो सकती है।
अगर लंबी समय तक जवान बने रहने के साथ - साथ प्रजनन क्षमता भी जवान जैसी रही तो इससे बच्चे पैदा करने की छमता बढ़ जाएगी। अगर उस वक्त हेमियोक जेंसन्स एक टाइट on सिंगलाइसन्स बन गया और दूसरे ग्रहों पर भी कालोनी बनाने में सछम हो पाया तो बड़ी हुई लंबी प्रजनन क्षमता मानव जाति का दूसरे ग्रहों पर विस्तार करने के काम तो आएगी।
पर अगर हम दूसरे ग्रहों पर बसे टेक्नोलॉजी उस वक्त तक नही डेवलेप कर पाया ऐसे एसटीटी में क्या होगा पृथ्वी का । क्या पृथ्वी over प्रोपेड नही हो जाएगी। जनसंख्या एक अलग ही लेबल पर नही पहुँच जाएगा। quilty of living खराब नही हो जाएगी। ये सोचने वाली बात है।
अगर हम ज्यादा समय तक जीवित रहेंगे तो क्या होगा?
एक ओर बड़ा सवाल अगर हम ज्यादा समय तक जीवित रहेंगे। हमारा दिमाग जो बेहत जटिल न्योर्क कनेक्शन बनाता है। जिसे सिनेप कहा जाता है। हर facts हर दृश्य हर चीज हर एक्सपीरियंस इन्ही नब कनेक्शन सिनेप्सन्स में store होता है। और इंशनी उम्र 70 से 80 साल से बढ़कर 150 वर्ष हो जाये। कितनी जटिल केनेशन बना लेगा हमारा दिमाग से क्या उसे हमारा सेंसलिय अल्ट्रा स्ट्रांग नही हो जाएगा।
क्या इससे हमारे सेंसियस हमारी इंद्रिय strong नही हो जाएगी। इससे नए इंद्रियां नए सेंसेस देप्लेप हो जाएगी। क्या इतना सारे सालों तक जीने का एक्सपीरियंस जेनरेट होगा। जिससे कितना ज्ञानी हो जाएगा इंशान सब चीजो देख लेने का एक्सपीरियंस जिंदगी में कई बार सुख और दुख की सायकल को देखने और उबरने के एक्सपीरियंस में क्या वो ओर जीना नही चाहेगा।
ये बड़ा सवाल है। आप अमरता पा सकते है। आप जवानी पा सकते है। लेकिन सुख और दुख आपके हाँथ में नही होता है। क्या अमरता को वाक्य में कोई चुनेगा। ये बड़ा सवाल है। इतना ज्ञानी व्यक्ति जिसने 150 साल देख लिया हो। क्या वो ओर जीना चाहेगा। अपने आसपास बैठे बुजुर्ग से पूछ कर देखिए।
की क्या वो ओर जीना चाहेगा। जबाब आपको मिल जाएगा। अगर सही मणयो में देखा जाए तो अमरता अगर अबेलबल रहेगी नही तो भी सायद कोई अज्ञानी ही उसे लेना चाहेगा। क्योकि जवानी वापस लाये जा सके तो भी life free परोप नही बनाया जा सकते है।
Life is taf जिंदगी मुश्किल है। और ऐसे सही तरीक़े से जीने के लिए आसानी से ऐसे क्रोश कर आगे बढ़ जाने के लिए चाहिए Knowledge अब सब का दिल से धन्यवाद ,,
इतने सालों से Verma News से जुड़े रहने के लिए धन्यवाद हमारे पोस्ट जो पढ़ रहे है। अगर आप भी हमारे साथ असली Knowledge के सफर पर चलना चाहते है। तो अभी Subscribe करे हमारा Website क्योकि Knowledge is everthing and Verma News all about Knowledge धन्यवाद,,,
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