मर्दो को ये 5 काम करने में शर्म नही करनी चाहिए। जिसने की शर्म उसके फूटे कर्म कहावत बहुत पुरानी है। लेकिन आज भी प्रमासिक है। आज के दौर में कई बार हम अपने आपको ऐसे सिजुवेसन में पाते है। जहाँ हमारे द्वारा की गई। शर्म हमारा ही नुकसान करवा देती है।
वही दूसरी तरफ हम पाते है। कि जो इंसान बेशर्मी से अपनी बात आगे रख पाता है। सामने वाले तक पहुचा पता है। वो टर्की हासिल कर लेता है। हमारे यंग साथी ऐसे अपनी love life से भी जोड़ कर देख सकते है। माने अपने मन की बात बताने में जिसने देर लगाई वो आत्मा रह जायेगा। दोस्तो ओर आपकी पसंद पर कोई और डाका डाल कर ले जाएगा।
चाणक्य नीति की बातें । चाणक्य नीति की 10 बातें
दोस्तो जिस चाणक्य ने चंद्रगुप्त को सिंहासन तक पहुचा दिया उन्होंने भी कुछ ऐसा ही संदेश दिया था। उनका मानना था। कि मर्दो को कुछ काम पूरी बेशर्मी से करना चाहिए। वरना नुकसान अपना ही होता है। तो आज हम आपको इस पोस्ट के जरिये। महान आचार्य चाणक्य की कही कुछ बातों को बतायेंगे।
कुछ अनसुनी बातों को बतायेंगे। जिनके मुताबिक शर्म से हमारा खुद का नुकसान होता है। तो इस तरह के नुकसान से बचना है। तो आप को हमारा ये पोस्ट अंत तक जरूर देखना होगा। साथ ही हम आपको आचार्य चाणक्य की 10 ऐसी बाते बतायेंगे। जिसको अपनी जीवन मे अपना कर टर्की करके नए मुकाम तक पहुँच सकते है।
चाणक्य नीति जीवन जीने की । चाणक्य नीति पुरुष
दोस्तो आचार्य चाणक्य की कोई राजनीतिक और शास्त्र के साथ - साथ लगभग सभी विषयों के गहरी समझ थी। सायद इसलिए चाणक्य के मनुष्य के बेहतर जीवन के लिए नीति शास्त्र का निर्माण कर पाया। और सायद यही वजह है। कि आज भी जब किसी master की बात होती है। तो लोगो की जुबान पर चाणक्य नीति आ जाती है।
इन नीतियों को अगर कोई भी मनुष्य अपने जीवन मे उत्तर ले। तो वो हमेशा सफलता की शिधिया चढ़ेगा। चाणक्य ने नीति शास्त्र में पुरुषों को 5 काम करने में शर्म ना करने की नसीब मिलती है। जिसमे सबसे पहला है।
मर्द कैसा होना चाहिए । मर्द और स्त्री । स्त्री को क्या चाहिए
Step.1 पुरुषों को अपने जीवन संगिनी से अपने प्रेम का इजहार करने में कभी शर्म नही करनी चाहिए। पुरुष बेशर्मी से अपनी पत्नी या प्रेमिका के सामने अपने प्रेम को जताता है। उसे मानसिक और शारीरक संतुष्टि मिलती है। ऐसा करने से उसका जीवन खुशहाल बना रहता है।
वही पुरुष जब अपने प्रेम का इजहार नही कर पता तो उस से अपनी पत्नी के सामने प्रेम जता नही पता तो फिर धीरे - धीरे उसके जीवन मे निराशा छः जाता है। पुनः मानसिक तौर पर निश्चित रह पाता है। ना ही शारीरक तोर पर संतुष्ट हो पाता है।
चाणक्य नीति में कहा गया है। अगर कोई पुरुष या महिला अपने प्रेम को जताने में देर कर गयी। या किसी तरह का शर्म लिहस कर गयी। तो उसके पत्नी के जीवन मे कोई गेर मर्द आ सकता है। या फिर उस पुरूष का किसी गैर इस्त्री से संबंध बन सकता है। और अगर ऐसा होता है। तो समझना मुश्किल नही । की वो परिवार बिखर जाएगा।
इसलिए चाणक्य नीति जी कहते है। कि पुरुषों को अपने प्रेम का इजहार बेशर्मी से करना चाहिए। अगर शर्म किया तो जीवन मे सुकून ओर शांति नसीब कभी नही होगी। और ये चीज एस्त्री को भी लागू होती है। कि उन्हें अपना पुरुषों से तुरंत इजहार करना चाहिए।
नही तो पुरुष भी इधर उधर मुह मार सकते है। आगे बढ़ते है। अब अगले पैमान की तरफ बढ़ते है।
Step.2 चाणक्य जी कहते है। कि पुरुष को कभी भी ओर कही भी खाने में शर्म नही करनी चाहिए। कई लोगों की आदत होती है। कि घर से बाहर खाने में काफी संकोच करते है। कम खाते हैं या फिर ना खाने का बहाना करते है। ऐसे करने पर उनका खुद का ही भारी नुकसान होता है।
क्योकि भूखे पेट भजन भी नही हो सकता है। तो सुकून कहाँ मिलेगा। और तो ओर भूखे होने पर मन बहुत ज्यादा अग्रिषित भी रहता है। तो बात - बात पर गुस्सा आ जाना बहुत संभाविक होता है। एक तो ऐसा करने पर सारी रात भूखा ही सोना पड़ता है।
ओर खाली पेट तो रात में नींद भी नही आती है। इसलिए आचार्य चाणक्य ने इस बात पर जोर दिया कि वो पुरुषों को बेशर्म होकर भर पेट खाना खाना चाहिए। चाहे वो घर के बाहर खाये। या फिर रिश्ते दर के यहाँ कोई भी इंसान अपने पेट से ज्यादा नही खा सकता है।
उसे खाते वक्त शर्म की कोई जरूरत नही। पेट भर के खाने से मन और सेहत दोनों तंदुरुस्त रहते है। साथ ही किसी भी काम को करने में एनर्जी भी मिलती है। और वो काम फिर बेहतर भी होता है। अब बात करते है। अगली नीति की
Step.3 दोस्तो पुरुषों को कभी भी अपने दिए उधार पैसे को मांगने में शर्म कभी भी नही करने चाहिए। कुछ लोग ऐसे होते है। जो पैसे तो ले लेते है। लेकिन उस पैसे को वापस करना भूल जाते है। कभी - कभी वैसे लोग कर्ज भूलने का नाटक भी करने लगते है।
ऐसे में जिसने उधार पैसे दिए है। उसे अपने पैसे मांगने में शर्म नहीं करनी चाहिए। बल्कि वक्त पूरा होते ही अपने पैसे मांग लेने चाहिए। अगर पैसे मांगने में शर्म की तो इसमे अपना ही नुकसान होता है। हमारे खुद की कमाये हुए पैसे बेकार हो जाते है। अब सोचोये की खुद के पैसे अपने जरूरत के वक्त काम ना आये।
तो ऐसे पैसे का अचार डालोगे। बल्कि इस से पैसों की अहिमियात ही खत्म हो जाती है। इसलिए चाणक्य नीति ने कहा गया है। कि पैसे की अहिमियात को समझते हुए। पुरुषों को उधार दिये हुए पैसे बेशर्म से मांग लेना चाहिए। वैसे भी अपने दिये गए पैसे मांगने में शर्म कैसी
Step.4 पुरुषों को अपने गुरुओं से जिझक नही रखने चाहिए। क्योंकि अगर गुरुओ के सामने जिझक के गे तो फिर कुछ नया कैसे सीखेंगे। किसी भी तरह के ज्ञान को बेजीझक होकर सही से सीखा ओर समझा जा सकता है।
पुरुष जिस किसी से भी कुछ सिख रहा हो। उसमे उसे शर्त नहीं करनी चाहिए। अगर सीखने के दौरान शर्म का सोभाव रहा तो मनुष्य भी पूरी तरह से आ फिर अच्छे से नही सिख पायेगा। ओर कहते है। ना कि अध जल अग्रि छल कछाये । litile knowladge very dangerous ।
यानी कि अधूरा ज्ञान बहुत खतरनाक होता है। तो आप सब ये अपने शर्म को कही दूर छोड़ कर आये। ओर जो भी सिख रहे है। मन लगाकर शिखिये। बेजीझक होकर शिखिये। ओर अपनी नॉलेज बढ़ाइए।
Step.5 इन सभी कामो के बाद चाणक्य ने आखिर में बताया है। कि कैसे पुरूष को अपने पत्नी की परीक्षा लेने के भी कभी शर्म नही करनी चाहिए। अगर अमीर आदमी अचानक से गरीब हो जाये। तो क्या उसकी पत्नी अब भी उससे उतना हो प्रेम करती है। उस के लिए उतनी ही इमानदर है। इसका पता लगाने के लिए उसको पत्नी की परीक्षा लेनी चाहिए।
साथ ही जब आप जरूरत में हो तभी आप अपने सच्चे दोस्तो की पहचान कर सकते हैं। यानी कि जरूरत में काम आए वही सच्चा दोस्त है। तो भला सच्चे दोस्तो को परखने में शर्म कैसे इसी ही घर के नोकरो की ईमानदारी को जानने के लिए परिशा लेने में शर्म नहीं करना चाहिए।
तो दोस्तो अब तक हमने जाना कि आचार्य चाणक्य के हिसाब से हमे किन - किन कामो को करेंगे। जिसमे शर्म नहीं करनी चाहिए। हमने ये भी देखा कि कैसे आज की वक्त में भी की सारी बाते पुरी तरह से रंगलाम लगती है। तो अब हम अब जानते हैं। चाणक्य नीति के वो 10 बातें बतायेंगे।
की इंशान का आम जीवन मे ध्यान रखा जाए। तो। इंशान जीवन में कभी असफल नही हो सकता है।
चाणक्य नीति की बातें । चाणक्य नीति की 10 बातें । पति-पत्नी के लिए ज्ञान की बातें
आचार्य चाणक्य नीति जी ने कहते है। कि मनुष्य को अपने क्रोध पर काबू रखना शिकना चाहिए। क्योंकि क्रोध व्यक्ति के विवेक को पूरी तरह से खत्म कर देता है।
Step.2 चाणक्य नीति के अनुसार मनुष्य को अलष से त्याग देना चाहिए। क्योंकि आलाश ही या सफलता की जड़ है।
Step.3 चाणक्य नीति जी ने ये भी कहा कि मनुष्य को कभी भी मेहनत से पीछे नही हटना चाहिए। लगन से की गई मेहनत ही सफलता तक पहुचती है।
Step.4 आचार्य चाणक्य जी कहते है। मानते है। कि व्यक्ति के पास कोई भी हथियार है। तो उसे हमेशा सावधान रहना चाहिए। क्योंकि गुस्से में कभी भी हथियार का इस्तेमाल कर सकता है। इसलिए गुस्से को संभाल कर रखना सीखना चाहिए।
Step.5 अहनकर के लिए चाणक्य जी कहते है। कि अंहकार मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन हैं। अंहकार तो मनुष्य को खुद से 100 कोस दूर रखना चाहिए।
Step.6 नीति शास्त्र में चाण्क्य मनुष्य को लोभ लालच से दूर रहने की बात भी कहते है। लोभ लालच में पड़े रहने से मनुष्य को जीवन मे कभी भी संतुष्टि नही मिलती है। उसे ओर ज्यादा ओर ज्यादा कहने की लत लग जाती है। इसलिए मनुष्य को लोभ लालच त्याग कर सरल जीवन मे जीने में बिसावस रखना चाहिए।
जीवन मे सफलता के शिखर पर पहुचने के लिए अनुशाशन का सबसे बड़ा योगदान जीवन मे अनुशाशक हो तो बड़ी से बड़ी उपलब्धि कर्म चूमती है।
Step.7 चाण्क्य ने लंबे नाखून वालो से दूरी बनाकर रखने की बात भी कही। चाण्क्य जी मानते है। कि लंबे नाखून वाले लोग अपने नाखूनों से आपको चोट पहुचा सकती है। सबसे आखिरी जरूरी बात
Step.10 चाण्क्य जी ने हमेशा झूट से दूरी बनाकर रखने की बात कही है। झूट का सहारा लेने वाले कभी भी सफल नही होते है। अगर सफल हो भी गए । तो भी उसका सफलता ज्यादा दिन तक नही टिकती है। इसलिए झूट को कभी भी सहारा नही बनाना चाहिए।
तो दोस्तो आप क्या सोचते है। चाण्क्य की इन बातों को लेकर ओर आप मे से कितने लोग हमारे साथ तैयार है। चाण्क्य नीति को इन सारी बातों को इन सारी सीखो को पलंग करने के लिए। आप कितने लोग आना चाहते है। हम तो आज से शुरू कर रहे हैं। आपके क्या है।
जो हमारे साथ चल रहा है। comment box में जरूर बताये। चाण्क्य जी के बताये हुई । चीजो को imdetiniliy को अगर कोई भी कैसा भी आदमी कितना ही असफल आ सफल कितना ही सफल के लिए लालयु आदमी ऐसे करे। तो वो जिंदगी में 100% secsefull हो जाएगा।
मुंबई में कहां लगती है मर्दों की बोली । कोई ऐसी लेडीस हो जो गुड़गांव से देती हो फ्री में और पैसे भी देती हो
दोस्तो हम आपको ये भी बतायेंगे। को मुम्बई में मर्दो का बोली कहाँ लगाया जाता है। और दिल्ली, कोलकाता, गुजरात मे ओर इसके साथ ही आपको ये भी बतायेंगे। की कोई ऐसी महिला के बारे में जो sex के अलावा पैसे भी देती है।
मुंबई में कहां लगती है मर्दों की बोली
मुम्बई , गुजरात , कोलकाता , में कहाँ लगती है। मर्दो को बोली तो दोस्तो इस सवाल में में आपको एक ही बात बतायेंगे। की इसके ऊपर में पहले से ही पोस्ट लिखा हूं। जिसे आप इस लिंक पे क्लिक करके पढ़ सकते है। लिंक नीचे में है।
कोई ऐसी लेडीस हो जो गुड़गांव से देती हो फ्री में और पैसे भी देती हो
अगर आप ये चाहते है। की कोई ऐसा महिला हो। या फिर लड़की हो। जिसे आप sex कर सकते है। और उनके बदले में आपको पैसे भी दे। तो इस पर में आपको बता दें कि आप Call boy job में आप join हो सकते है।
Call boy job क्या है?
Call boy job में जो लड़की औरतों होती है। उनका पति उनसे दूर रहता है। या फिर उनको खुश नहीं कर पाता है। या बड़े घराने की लड़कियां होती है। जो call boy को अपने घर बुलाती है। ओर sex करवाती है। अपने को
Sex करने के बाद आपको वो लड़की पैसे देते है। तो आप भी call boy job में join लेना चाहते है। तो इसके लिए आपको Google पर जाकर Call boy job search करके वहाँ से आप अपना adress ओर phone number अपना नाम डालकर verify करना है।
ओर कुछ ही देर बाद वो आपको अपने पास बुलाकर आपका सेटिफिकेट बना देता है। और आपको फील्ड में छोड़ दिया जाता है। तो आप ये काम करके बहुत पैसे कमा सकते है।
आपको क्या लगता है। comment box में जरूर बताये। ओर आप भी follow करने वाले है। तो हमे comment में जरूर बताये। ओर इस पोस्ट को जितना हो सके। हर युवा हर बुद्धा हर व्यक्ति तक इसको शेयर करे।
की कैसे जिंदगी जी जानी चाहिए। कल फिर मिलेंगे एक ओर नए पोस्ट में तब तक के लिए आप सभी का दिल से धन्यवाद,,
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