Monday, March 11, 2024

हम अगले जन्म में क्या बनेंगे | मनुष्य का जन्म कैसे होता है

 

हिंदू धर्म पुनर्जन्म में विश्वास करता है। यानी इंसान मृत्यु को प्राप्त हो जाने के बाद भी जीवित रहता है। धर्म ग्रंथों में बताया गया है कि इंसान के मरने के बाद आत्मा उस शरीर को उसी तरह छोड़कर नए शरीर में प्रवेश करती है। 

हम अगले जन्म में क्या बनेंगे | मनुष्य का जन्म कैसे होता है

जिस तरह हम पुराने वस्त्र उतारकर नए वस्त्र पहन लेते हैं। आत्मा को यह नया शरीर पृथ्वी पर मौजूद 8400000 योनियों में से किसी भी योनि में मिल सकता है। अगर आप भी जाना चाहते हैं कि आप अगले जन्म में किस योनि में जन्म ले सकते और क्यों तो आज की इस पोस्ट को पूरा पढ़े ।


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क्योंकि गरुड़ पुराण भी यह समझाया गया है कि किस तरह के इंसान का जन्म किस योनि में होता है। यही ज्ञान आप सभी के साथ साझा करने के लिए आ गए हैं हम एक बार फिर। 


हम अगले जन्म में क्या बनेंगे | मनुष्य का जन्म कैसे होता है

दोस्तो जो भी जीव इस मृत्युलोक में जन्म लेता है। उसका मृत्यु के बाद पुनर्जन्म होना तय है। कहते हैं कि इंसान का जन्म उसके कर्मों के हिसाब से ही होता है और मृत्यु भी उसके कर्म पूरी भोकने पर ही होती है।  वर्तमान जीवन में किए गए कर्म के आधार पर ही उसका अगला जन्म 8400000 योनियों में से किसी एक योनि में होता है। 


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बच्चा माँ के पेट मे ईश्वर से क्या प्रथना करता है ? 

दर्शकों गरुड़ पुराण के अनुसार जब अजन्मा शिशु माता के गर्भ में 9 महीने तक रहता है तो वह हर समय ईश्वर से यह प्रार्थना करता है ।


कि मुझे यहां से बाहर निकाल लोगे तो मैं जीवन भर आपका नाम जपता रहूंगा। लेकिन फिर जन्म लेने के बाद वह सब भूल जाता है और अपने भौतिक कर्मों में लग जाता है। 


वह संसार की मोह माया में कुछ ऐसा उलझ जाता है कि परमपिता परमेश्वर के लिए उसके पास समय ही नहीं बचता। गरुड़ पुराण में कई तरह के पापों की कई सजाएं और नरक तय हैं जिन्हें भोगने के बाद मनुष्य को अपने पापों के हिसाब से ही अगला जन्म मिलता है। 


पराई स्त्री से संबंध बनाता है उसका अगला जन्म में क्या बनता है ? 

मित्र गरुड़ पुराण में बताया कि जो मनुष्य पराई स्त्री से संबंध बनाता है, उसे नर्क में जाना पड़ता है। यहां उसे कई दंड भोगने पड़ते हैं और इस सब के बाद उसे एक के बाद एक विभिन जन्म मिलते हैं। वह  सबसे पहले भेड़िया बनता है और फिर एक कुत्ते के रूप में जन्म लेता है। 


इसके बाद वह सियार के गिद्ध सांप कौवा बनता है। इन सभी जन्मों को भोगने के बाद अंत में वह बबूले का जन्म प्राप्त करता है जिसे समाप्त करने के पश्चात ही उसे मनुष्य योनि की पुनः प्राप्ति होती है। 


बालात्कार करने वाले व्यक्ति का अगला जन्म क्या मिलता है ? 

साथ ही जो मनुष्य किसी स्त्री के साथ जबरदस्ती संबंध बनाता है या फिर उसका बलात्कार करता है तो उसे भी नर्क भोगने और कई योनियों में जन्म लेने के बाद मनुष्य योनि में उसका जन्म किन्नर के रूप में होता है। 


जो व्यक्ति किसी को नीचा दिखाता है उसका अगला जन्म क्या मिलता है ? 

इसके अलावा गरुड़ पुराण में यह भी बताया गया है कि जो व्यक्ति अपने बड़े भाई का अपमान करता है, समाज के सामने उसे नीचा दिखाता है। अगले जन्म में वह व्यक्ति के कोच नाम का  पक्षी के रूप में जन्म लेता है। 


इस जन्म को वह इंसान 10 वर्षों तक भोगता है और इसके बाद ही उसे अगले जन्म में मनुष्य योनि मिलती है। 


सोना चांदी के चोरी करने वाले के अगला जन्म क्या मिलता है ? 

गरुड़ पुराण के अनुसार सोना या चांदी की चोरी करने वाले व्यक्ति को कीड़े के रूप में चैन मिलता है जो व्यक्ति चांदी के सामान की चोरी करता है। वह व्यक्ति को कीड़े के रूप में जन्म मिलता है। 


जो व्यक्ति चांदी के चोरी करता है। वह कबूतर बनता है। 


कपड़ा चोरी करने वाले व्यक्ति का अगला जन्म क्या मिलता है ? 

इसके अलावा जो व्यक्ति किसी के वस्त्रों की चोरी करता है, उसे अगले जन्म में तोता बन कर जन्म लेना होता है। सुगंधित पदार्थों की चोरी करने वाला व्यक्ति छछूंदर के रूप में जन्म लेता है। 


इंसान को मारने के बाद किस योनि में जन्म लेता है ? 

किंतु यदि अपराध चोरी से बड़ा हो तो योनि और भी भयंकर प्राप्त होती है। साथ ही जो व्यक्ति किसी हथियार से किसी की जान लेता है, उसे गधे की योनि में जन्म लेना पड़ता है उसके बाद वह हिरन के योनि में पैदा होता है फिर भी मछली कुत्ता बाघ और फिर उसके बाद मनुष्य योनि को प्राप्त होता है। 


पितेजन को संतुष्ट नही किया तो अगला जन्म क्या मिलेगा ? 

देवताओं और पितरों को संतुष्ट किए बिना मरने वाला व्यक्ति 100 वर्षों तक कौवा की योनि में रहता है। इसलिए कहा जाता है कि श्राद्ध कराते समय कौवे को अवश्य भोजन कराएं ताकि मित्रगण संतुष्ट हो जाए, लेकिन अगर यह ना किया जाए तो अगला जन्म कौवे के रूप में ही मिलता है। 


उसके बाद मुर्गा और फिर 1 महीने के लिए सांप की योनि में रहने के बाद ही उसके पापों का अंत होता है और उसे मनुष्य के रूप में जन्म मिलता है । 


मनुष्य का अगला जन्म चाहत पर निश्चित होता है ? 

इसके अलावा गरुड़ पुराण में इस बात का भी वर्णन मिलता है कि इंसान का अगला जन्म उसकी चाहत और प्रकृति के आधार पर निश्चित होता है। 


यानी आपकी चाहत का प्रवृत्ति के आधार पर ईश्वर अगले जन्म में आपको उसी के अनुकूल शरीर देते हैं। मान लीजिए आपकी चाहत लगातार कुछ न कुछ खाने की रहती है और आप भोजन के बारे में सोचते रहते हैं ।


तो अगले जन्म में आप पालतू सुबर के रूप में जन्मे जो हर वक्त खाता रहता हो । इसलिए दर्शकों इस पोस्ट को पढ़ने के बाद यदि आप पुनः मनुष्य की योनि में जन्म लेना चाहते हैं या फिर जीवन मृत्यु के चक्र से मुक्त होना चाहते हैं।


तो इस जन्म में अच्छे कर्म करें और धार्मिक आदतें अपनाएं ताकि आपको ईश्वर का सानिध्य प्राप्त हो सके।



तो दोस्तो उम्मीद करता हूँ कि ये जानकारी आपको अच्छा लगा होगा । तो आपके मन मे कोई सवाल है तो comment box में जरूर बताये ओर ऐसे ही जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग को subscribe जरूर करे । 


तो आज के लिए इतना ही अब हम चलते हैं फिर मिलेंगे कल नई जानकारी के साथ तब तक हमारे ब्लॉग के अंत तक बने रहने के लिए आप सभी लोगो को दिल से धन्यवाद ,,,,,,,,,,


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