दोस्तों शनि देव को हिंदू धर्म में न्याय का देवता माना जाता है। शनि मनुष्य के अच्छे और बुरे कर्मों के आधार पर ही उसे दंड अथवा वरदान देते हैं। पापियों के लिए शनि बहुत ही कष्ट कारक है और अच्छे काम करने वालों के लिए शनिदेव सदा ही मेहरबान रहते हैं।
शास्त्रों के अनुसार शनिदेव को काला रंग अत्यंत प्रिय होता है। इसी कारण से कहा जाता है कि जो व्यक्ति शनिवार को काले रंग की चीजों का दान करता है, उस पर शनिदेव हमेशा कृपा बरसाते हैं। काले रंग में नकारात्मक ऊर्जा को सोखने की शक्ति होती है। इसी कारण से ज्योति शास्त्री हमें काले रंग का धागा धारण करने की सलाह देते हैं।
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शरीर के इस अंग पर बांधे काला धागा तो हर चीज आपके कदमों में होगी
जब भी आपको किसी कार्य में सफलता मिलती है तो आपको काला रंग का धागा अवश्य ही धारण करना चाहिए। यह लोगों की बुरी नजर से आपकी रक्षा करता है। कई बार ऐसा भी होता है कि मनुष्य को अचानक धन की प्राप्ति हो जाती है। और उसके दूसरे ही पल उसके साथ कुछ असुभ हो जाता है जिससे उसका सारा धन खर्च हो जाता है।
यह सब कुछ दूसरों की बुरी नजर के कारण ही होता है। इसीलिए इससे बचने के लिए हमें शनिवार के दिन काले रंग का धागा अवश्य ही धारण करना चाहिए। आइए जान लेते हैं काला धागा धारण करने के महत्वपूर्ण नियमों के बारे में ।
शरीर में काला धागा बांधने के फायदे?
सबसे पहले बात शास्त्रों के अनुसार काला रंग ऊष्मा का बहुत अच्छा शोषक होता है। काला रंग वातावरण में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है और फिर यह नकारात्मकता हमें कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाती है। काला धागा इन नकारात्मक शक्तियों को हमारे शरीर के अंदर प्रवेश करने से रोकता है।
काला धागा बांधने का नियम ?
दूसरी बात काले रंग का धागा पहनने से पहले उसे शनि मंदिर में जाकर अभिमंत्रित करना आवश्यक होता है । इस से शनि की कुदृष्टि से हमारा बचाव होता है। इसीलिए शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर काले धागे को शनिदेव के चरणों में रखकर ही उसे धारण करें। यह धागा आपकी शत्रुओं से तथा बुरी नजर से रक्षा करेगा।
काला धागा स्त्री और पुरुष को कोण से पैर में बांधना चाहिए ?
तीसरी बात काला धागा स्त्रियों को अपने बाएं पैर में तथा पुरुषों को अपने दाएं पैर में बांधना चाहिए। तभी यह सुप्रभात प्रकट करता है। यदि कोई व्यक्ति किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है तो उसे काला धागा अपने पैर के अंगूठे में बांधना चाहिए। इससे स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दूर हो जाती है।
काला धागा को घर में बांधना चाहिए ?
चौथी बात काले धागे को अभिमंत्रित करके अपने घर के अथवा दुकान के मुख्य द्वार पर बांधना चाहिए अथवा गाड़ी पर धन रखने के स्थान पर और बहुमूल्य वस्तुओं पर भी काला धागा बांधना चाहिए। इससे उन वस्तुओं की बुरी नजर से रक्षा होती है।
काला धागा बांधते समय ध्यान में रखे?
पांचवा बात काला धागा बांधते समय यह बात ध्यान में रखे । की उसे कभी ऐसे स्थान पर बांधना नहीं चाहिए जो स्थान सदा ही ढका हुआ रहता है। काला धागा दूसरों को दिखाई देना चाहिए। तभी यह बुरी नजर से आपकी रक्षा कर पाता है। यदि आप इसी शरीर के अंगों पर बांधकर कपड़े से ढक देते हैं तो इसका कोई फायदा नहीं होगा।
काला धागा को गले में बांध सकते हैं ?
काले धागे को गले में टांग ना बहुत ही अधिक प्रभावशाली होता है क्योंकि लोगों की नजर सर्वप्रथम गले में धारण किए हुए आभूषणों पर ही पड़ती है। यदि आप काला धागा गले में धारण करते हैं तो यह लोगों की बुरी नजर ने रक्षा करने ने अधिक प्रभावशाली साबित होगा।
स्त्रियों को काला धागा कहा बांधना चाहिए ?
स्त्रियों को काला धागा अपनी कमर में बांधना चाहिए। किंतु पुरुषों को काला धागा अपनी कमर में नहीं बांधना चाहिए क्योंकि पुरुषों का यह भाग सदा ही ढका हुआ रहता है। इसी कारण से उन्हें इसका कोई परिणाम प्राप्त नहीं होगा।
बच्चों को काला धागा कहा बांधना चाहिए ?
छोटे बच्चों के हाथ में पेरो में और गली में काला धागा बांधना चाहिए क्योंकि छोटे बच्चे जल्दी ही बुरी नजर का शिकार हो जाते हैं। जिस कारण से वे बार-बार बीमार पड़ते हैं। इससे बचने के लिए काला धागा अवश्य ही बांधना चाहिए। मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में जाकर काले धागे को हनुमान जी के चरणों का सिंदूर लगाकर धारण करने से यह अधिक प्रभावशाली सिद्ध होता है।
काला धागा और लाल धागा दोनो शरीर में नही बांधना चाहिए ?
यदि आप काले रंग का धागा पहनते हैं तो आपको किसी अन्य रंग का धागा पहनना नहीं चाहिए। खासकर लाल रंग का धागा भूल से भी धारण नहीं करना चाहिए। लाल रंग मंगल का होता है। मंगल और शनि का टकराव मंगलकारी होता है।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार काले धागे को गांठ बांधने के बाद ही धारण करना चाहिए। तभी यह अधिक प्रभावशाली परिणाम प्रकट करता है। साथ ही काले धागे को 2 - 4- 6- 8 के घेरे में बांधने से ही शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
तो दोस्तों इस प्रकार से काला धागा बांधते समय इन महत्वपूर्ण नियमों का पालन करना चाहिए। उम्मीद है। आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी। आपके मन में कोई सवाल है । तो आप हमे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं । ताकी हम आपके हर सवालों का जवाब दे सके । आज के इस लिए इतना ही अब हम चलते है । फीर मिलेंगे न्यू जानकारी के साथ तब तक हमारे ब्लॉग के अंत तक बने रहने के लिए आप सभी लोगो को दिल से धन्यवाद ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हनुमान जी का काला धागा
लड़कियों को कौन से पैर में काला धागा पहनना चाहिए?
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