दोस्त बदलती लाइफस्टाइल और जिंदगी में भागदौड़ की वजह से इंसान को कई तरह की छोटी बड़ी बीमारियां हो रही है। शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की प्रॉब्लम भी इसी में शामिल है। यह एक तरह की कॉमन डिजीज है । ये लापरवाही के कारण यह बॉडी से दूसरे पार्ट्स पर बुरा असर डालती है। कभी-कभी छोटी सी समस्या भी इतना बड़ा रूप ले लेती है कि आदमी को लेने के देने पड़ जाते हैं।
इसलिए अगर आपको भी यूरिक एसिड की प्रॉब्लम है तो कृपा करके इसे हल्के में ना लें और यही वजह है कि हम इस टॉपिक पर पोस्ट लेकर आए हैं। हम आपको इस पोस्ट में यूरिक एसिड बढ़ने की वजह इसके लक्षण और इसके बारे में विस्तार से बताएंगे। यकीन मानिए की पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके कंफ्यूजन दूर हो जाएगा।
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आप प्रॉपर वे में इसे ठीक रखने के तरीके सीखेंगे और खुश रहेंगे क्योंकि हमारा मकसद आप को डराना नहीं बल्कि समझना है जो हम सभी के लिए जरूरी है।
यूरिक एसिड को कम करने के लिए क्या करें
दोस्तो शरीर में यूरिक एसिड बनना है। कॉमन प्रॉब्लम है। परिवार में किसी न किसी को यूरिक एसिड की समस्या होती है। इसलिए बहुत ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन किसी भी बीमारी को बहुत लंबे समय तक पालना भी अच्छी बात नहीं है। समय रहते इसका इलाज करने में ही भलाई है। तो चलिए पहले यूरिक एसिड बढ़ने की वजह को जान देते हैं।
यूरिक एसिड क्यों बढ़ता है?
मेडिकल साइंस के अनुसार यूरिक एसिड तरह का मेटाबॉलिज्म प्रोडक्ट है। दरअसल, जब आप पिरिन्न या प्रोटीन वाली चीजें लिमिट से ज्यादा खा लेते हैं तो शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या पैदा हो जाती है। नॉन वेज आयटम में प्रोटीन सबसे ज्यादा होती है जिसमें रेडमी के मुख्य रूप से शामिल है। यानी मटन या मिट का सेवन से ज्यादा करने की वजह से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ता है।
रेड मीट की तुलना में चिकन और फिश काम नुकसान देता है, लेकिन जो इस में भी प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, इसीलिए इसका सेवन करने के कारण भी यूरिक एसिड बढ़ता है। सिर्फ नॉनवेज ही नहीं बल्कि दलों के अधिक सेवन की वजह से भी शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या पैदा हो जाती है। खासकर अनलोगो को इस तरह की प्रॉब्लम ज्यादा होती है जो दाल को खाने के साथ पीने का शौक भी रखते हैं।
बाद ही खाना खाने के साथ राजमा और बींस जैसे खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करने के कारण ही शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा तेजी से बढ जाती है। इसके अलावा आपका डाइजेशन सिस्टम कैसा है। यह भी मायने रखता है। अगर आप चीजों को ठीक से हजम नहीं कर पा रहे हैं या फिर आपको अकसर कब्ज वगैरह की शिकायत रहती है तो शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
अगर आपका मेटाबॉलिज्म अच्छा है तो यह किडनी के जरिए बाहर निकल जाता है। वहीं अगर यह बॉडी में रुक जाता है तो उसका मतलब यह है कि आपकी किडनी ठीक से काम नहीं कर रही है या फिर आप पानी कम मात्रा में पी रहे हैं। आमतौर पर शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की यही वजह होती है। अब सवाल यह है कि यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण क्या है जिसकी वजह से आप इसे आसानी से पहचान सके।
यूरिक एसिड बढ़ने का लक्षण क्या हैं?
आपको बता दें कि यूरिक एसिड बढ़ने का असर आम तौर पर दोनों पैरों के अंगूठे घुटने और दोनों की कोहिन्यो और कलाइयों पर पड़ता है। एडियो पर भी इसका असर दिखाई देता है। यूरिक एसिड बढ़ने के बाद बॉडी के इन पार्ट्स पर सोलिंग और रीडिंग आती है। इन के अलावा इन जगहों पर दर्द भी होने लगता है।
कभी-कभी दर्द इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि बर्दाश्त करना मुश्किल होता है। इस तरह के सिस्टम सुबह सोकर उठने पर ज्यादा नजर आते हैं जिसकी वजह से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के कयास लगाए जाते हैं। यूरिक एसिड नार्मल रेंज 3.5 से लेकर 7 मिलीग्राम पर डीसी मल लीटर है जो किडनी के जरिए हमारे शरीर में बाहर निकलता है।
अगर आपको इस तरह की प्रॉब्लम है तो आप किसी के पसेलोजी में जाकर इसकी जांच की जरूर करा सकते हैं। आपको इसके लिए सब का ब्लेड टेस्ट कराना है जिसमें यूरिक एसिड मौजूद होता है। यह एक सामान्य जांच है । जो 100 से ₹200 में हो जाती है। जॉइंट में यूरिक एसिड + है कि नहीं, इसके लिए कभी कभार एक्स-रे की जरूरत पड़ती है तो यह तो हो गई। यूरिक एसिड के लक्षण और इसकी जांच कराने के बाद अब आपको यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से शरीर को होने वाले नुकसान के बारे में भी बता देते हैं।
यूरिक एसिड बढ़ने से शरीर में क्या नुकसान होता है?
दरअसल दिक्कत तब शुरू होती है जब यह शरीर में यूरिक एसिड का लेवल नार्मल रेंज से बहुत ज्यादा चला जाता है। यदि 7 मिलीग्राम पर डीसीमल मीटर की मात्रा को क्रॉस करने की वजह से यूरिक एसिड हमारे शरीर में हाइपरूरीसीमिया के रूप में कन्वर्ट हो जाता है। ऐसे में यूरिक एसिड कृषि के फॉर्म में शरीर के ज्यादातर जॉइंट में जमा होने लगता है।
जब यह हड्डियों के बीच में जमा होता है तो आसपास सूजन आ जाती है जिसकी वजह से अर्थराइटिस आनी गठिया होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। यही नहीं शरीर में यूरिक एसिड के लंबे समय तक बने रहने की वजह से यूरेटर में स्टोन बनने का खतरा भी ज्यादा पैदा हो जाता है। इसके अलावा ये किडनी के फंक्शन को भी प्रभावित कर सकता है।
कभी-कभी किडनी में स्टोन भी हो जाता है। हालांकि इसकी पहचान करना मुश्किल है कि यह यूरिक एसिड का स्टोन है या फिर कैल्शियम का क्योंकि ज्यादातर स्टोन केलिसियम की मात्रा बढ़ने से पैदा होते हैं। इस तरह की तमाम चीजें जो यूरिक एसिड बढ़ने के कारण शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालती है,
इसलिए यूरिक एसिड के प्रति लापरवाही बरतने को अच्छा नहीं माना जाता है। अगर आप यहां तक सब कुछ समझ गए हैं। जैसा की हम उम्मीद करते हैं तो अब आपको यूरिक एसिड का इलाज भी बता देते हैं। हम आपको पहले बता चुके हैं कि यह एक कॉमन प्रॉब्लम है। इसीलिए आप इसका इलाज आसानी से कर सकते हैं। आपको बता दें कि यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए 2 कारगर तरीके हैं।
यूरिक एसिड में चावल खाना चाहिए या नहीं
आप सबसे पहले खाने में परहेज करके या एक्सरसाइज की जरिए । शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ने से रोक सकते हैं। जहां तक खाने में परहेज की बात है तो आपको कुछ दिनों के लिए रेड मीट कर देना चाहिए।
जब यूरिक एसिड कम हो जाते है तो आप कभी कभार कम मात्रा में इसका सेवन कर सकते हैं।
इसी तरह अगर आप दाल पीते हैं तो आप इस आदत को तुरंत छोड़ दीजिए।
गाढ़े दाल का सेवन भी बंद कर दे। सिर्फ पतली दाल खाई जब तक यूरिक एसिड की मात्रा कम नहीं हो जाती।
कभी कबार भी इसका सेवन करें। जिन चीजों में पानीपल ज्यादा होता है, उन्हें भी कम मात्रा में ही खाएं।
इसके अलावा जिन खाद्य पदार्थों में शुगर की मात्रा अधिक होती है, उनका सेवन भी ना के बराबर ही करें क्योंकि शरीर में प्रतोष बढ़ने की वजह से भी यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ती है।
कोल्ड ड्रिंक वगैरह भी ना पिए अल्कोहल युक्त पेय पदार्थ यानी शराब वगैरह का सेवन तो बिल्कुल भी ना करें क्योंकि ये यूरिक एसिड बढ़ने का मुख्य कारण है।
खाने में आप हरी सब्जियों का सेवन से ज्यादा करें। आप उन तमाम चीजों को खा सकते हैं, जिनमें प्रोटीन और शुगर की मात्रा कम होती है।
अगर आप पानी का सेवन से ज्यादा करते हैं । तो यूरिक एसिड अपने आप नॉर्मल रेंज में आ जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ अगर आप डायबिटिक हैं तो शुगर को कंट्रोल में रखें क्योंकि यूरिक एसिड अकसर सुगर पर अटैक करता है।
इसी अगर आपका वजन ज्यादा है तो इसे भी कम करें। ज्यादा मोटापे की वजह से भी यूरिक एसिड बढ़ता है। इसी तरह आप एक्सरसाइज की मदद से भी यूरिक एसिड को कंट्रोल में रख सकते हैं।
यूरिक एसिड को कम करने का exercise?
आप इसके लिए ज्यादा से ज्यादा पैदल चलें ।
हेल्थ स्पोर्ट मानते हैं कि अगर आप रोजाना आधे घण्टे से ज्यादा पेडल चलते हैं । तो सिर्फ यूरिक एसिड नहीं बल्कि सभी चीजें कंट्रोल में रहेगी।
आप सुबह पार्क या ग्राउंड में जाकर थोड़ा वर्कआउट भी कर सकते हैं।
पेट से जुड़ी ऐसी exersize पर ज्यादा ध्यान दें जो मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ाने में मदद करती है।
इसके अलावा अपनी लाइफ स्टाइल को भी बदलना होगा। खाने की टाइमिंग को ठीक करें। सुबह का नाश्ता 9:00 बजे तक कर ले। 1 से 2:00 के बीच दोपहर का खाना जरूर खाना खाए ।
रात का खाना 8:00 बजे तक हर हाल में खा ले। मेडिकल साइंस के मुताबिक रात को खाना खाने और सोने के बीच में दो से 3 घंटे का फर्क होना चाहिए। इस तरह आप अपने खाने की टाइमिंग को सेट कर सकते हैं ।
वहीं दूसरी तरफ शरीर में यूरिक एसिड के बड़े हुए लेवल को कम करने के लिए आप दवाओं का सेवन भी कर सकते हैं।
हालाकि ये लास्ट ऑप्शन है। आप पहले खाने में परहेज और एक्सरसाइज करने के साथ दिनचर्या को बदलकर यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखें।
अगर इसके बाद भी शरीर में यूरिक एसिड का लेबल बड़ रहा है तो फिर इसके लिए मेडिसिन को ले ।
आप डॉक्टर की सलाह के बाद ही दवाओं का सेवन करें। आपको बता दें कि ऐसी दवाएं मौजूद है जो यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखने के साथ इसके बनने की प्रक्रिया को भी रूकती है ।
आनी यह दबाए आपके शरीर में यूरिक एसिड को अतिरिक्त मात्रा में जमा नहीं होने देंगे।
15 से 20 दिनों तक दवा खाने के बाद ही यूरिक एसिड कंट्रोल हो जाएगा। आप इसके बाद नार्मल खाना खा सकते हैं। बस आपको अपनी सेहत के प्रति थोड़ा सा कॉन्शियस रहना होगा।
यह लोंग टर्म के लिए बहुत अच्छा है। ऐसा करने की वजह से आप हमेशा फिट रहेंगे तो इस तरह के शरीर में यूरिक एसिड के बढ़े हुए लेवल को आसानी से कंट्रोल में रख सकते हैं।
तो दोस्तो आपको हमारा ये पोस्ट कैसे लगा । हमे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं । जानाकारी अच्छा है । तो अपने दोस्तो के पास शेयर जरूर करें ।
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