Tuesday, January 10, 2023

जिंदगी में जब अकेले पड़ जाए तो क्या करना चाहिए?

 

जिन्दगी में अगर आप अकेला पड़ जाते हैं या फ़िर जब इंसान अकेला पड़ जाए तो क्या करना चाहिए तो हम आपको यही बताने वाले हैं एक कहानी के मदद से तो चलिए शुरू करते हैं । 

जिंदगी में जब अकेले पड़ जाए तो क्या करना चाहिए?


जिंदगी में जब अकेले पड़ जाए तो क्या करना चाहिए?

दोस्तो ये एक राजा की कहानी है जिसका साम्राज्य बहुत बड़ा था । उसकी सेना विशाल थी । वह जब चाहता था वो अपने सेना के बल पर किसी भी राज्य पर कब्जा कर लेता था । उस राजा का महल अलीसान था । हीरे जवाहरात की कोई कमी नही थीं । और इससे बडकर बात ये थे की उसके राज्य में सभी लोग खुश थे । 


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हर तरफ खुशी था किसी पर अन्याय नहीं होता था दूर दूर तक राजा का जय जय कार होती थी । लेकीन एक चीज की कमी थी । जिसे पुरा कर पाना उस राजा के वश में नहीं था । मतलब राजा के कोई संतान नहीं था । संतान के लिए राजा ने बहुत कुछ किया लेकिन उसे संतान नही हुवा । 


लेकीन एक दिन उसके मंत्री ने एक ऐसे तांत्रिक के बारे में बताया जिसके तरीको को अपनाकर कई सारे लोगो को पुत्र की प्राप्ति हो चुकी थी । यह सुनकर राजा बहुत खुश हुवा और अगले ही दिन उस तांत्रिक को अपने महल में बुला लिया । 


तांत्रिक ने राजा से कहा आपको पुत्र की प्राप्ति जरूर होगी लेकीन इसके लिए आपको एक बच्चे की बलि देना होगा । यह सुनकर बच्चा को अच्छा नहीं लगा । लेकीन संतान के मोह ने उसके दिल को कठोर बना दिया था । राजा ने अपने महल में ऐलान कर दिया । 


जो भी व्यक्ति अपना बच्चा बलि के लिए देगा उसको माला माल कर दिया जाएगा । उस वक्ती को इतना धन दिया जाएगा उसका पुत्र 7 कुस्ती तक बैठ कर खाएगी । गांव में एक परिवार था । जिसके पास कई बच्चे थे । जिसके पास कमाई का कोई जरिया नहीं था । परिवार के मुखिया ने एक बच्चा अपना देना का फैसला लिया । 


राजा ने उनको ढेर सारे पैसे और हीरे जवाहरात और घर देने का फैसला किया । वह गरीब वक्ती ये सब देखकर बहुत खुश हुआ और अपने बच्चों को छोड़कर महल से खूसी खुशी निकल गया । 


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बली के दिन ढेर से लोग थे । राजा ने बच्चे को बलि पर चढ़ाने से पहले उसके इच्छा पूछा । बच्चा ने जवाब दिया महाराज मुझे कुछ नही चाहिए वैसे अगर आप देना चाहते हैं तो मिट्टी और रेत चाहिए ये सुनकर राजा काफी हैरान रह गया । लेकीन फ़िर अपने सैनिकों को मिट्टी लाने का आदेश दिया । 


बच्चा ने मिट्टी से 4 महल बनाया और फिर 3 महल को तोड़ दिया और चौथा महल में जाकर बच्चा पूजा करने लगा । फिर राजा ने पूछा 3 महल को आपने क्यों तोड़ा और 1 महल को क्यों छोड़ दिया । दोस्तो अब बच्चा के जवाब सुनकर आप भी हैरान हो जायेगा । 


  1. बच्चा ने कहा 1 महल अपने मां बाप का है इसीलिए तोड़ा क्योंकि मां बाप का फर्ज होता है की अपने बेटे का अच्छा भविष्य देना लेकिन हमारे मां बाप ने मुझे बलिदान देने के लिए छोड़ दिया । 


  1. महल मेरे रिस्तेदारो का है जिसका काम था रोकना लेकिन मेरे कोई भी रिश्तेदार ने मुझे नही बचाया इसीलिए मेने महल को तोड़। 


  1.  महल आपका था आपका महल इसीलिए थोडा क्योंकि आप हमारे राजा थे । और आपने बच्चे के मोह में आकर हमे बली देने के लिए आ गए । इसीलिए आपका तोड़ा 


  1. महल हमारे प्रभु का जिसमे हम जाकर प्रभू का ध्यान किया और उनको कहा जो है वो आप के ही है । आप जो करेंगे वो अच्छा करेंगे । इसीलिए हमने प्रभु का महल नही तोड़ा । 


( Note ) दोस्तो किसी ने क्या खूब कहा है बहुत ढूंढा उन्हें पूजा श्लोक और स्तुति में अंत में प्रभु मिला सहन स्तुति में । इस से पता चलता है कि प्रभू सबके सुनती है जरूर है उन्हे सच्चे मन से याद करने की इसीलिए शर्धा के साथ आराधना शुरू कीजिए । लोगो से प्रेम भाव से मिलिए । उनके लिए भलाई का काम कीजिए अपने दिल में किसी के लिए जलन ना रखें । प्रभू आपके भी जरूर सुनेगा । 




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