अगर मैं आपसे एक सवाल पूछूं कि किसी ग्रह का सरफेस टेंपरेचर कितना ज्यादा हो सकता है तो आपका जवाब कितना होगा। शायद आप 600 से 1000 डिग्री सेल्सियस तक ही सोच पाएंगे क्योंकि हमारी सोलर सिस्टम की सबसे गर्म ग्रह वीणा शनि की शुक्र का भी सर्विस टेंपरेचर केवल 480 डिग्री सेल्सियस ही है।
लेकिन अगर मैं आपसे कहूं कि हमारी यूनिवर्स में कुछ ऐसे ग्रह भी मौजूद है जिनका टेंपरेचर कई सोल डिग्री सेल्सियस नहीं बल्कि कई हजार डिग्री सेल्सियस तक होता है तो क्या आप मेरी बात पर यकीन करेंगे तो आज की इस पोस्ट में हम आपको वेज्ञानिको द्वारा अनवर्श में खोजी गई। कुछ सबसे गर्म ग्रहों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनमें से कुछ का तापमान तो तारो के तापमान के लगभग बराबर है।
Read more - गुदगुदी होने वाला पेड़
कौन सा ग्रह सबसे गर्म है और क्यों?
आपने हमेशा देखा होगा कि जब भी इंतरिक्ष में किसी एक्सपोनिट खोज की खबर आती है तो सबसे ज्यादा हम यही बात करते हैं कि क्या वहां पर लिक्विड पानी मौजूद है और क्या वहां पर किसी तरह का जीवन संभव हो सकता है । सवाल जवाबों का कारण यह भी है कि वैज्ञानिक एक्सप्लेनइट को इसलिए खोजते हैं ताकि वह ब्रह्मांड में पृथ्वी की तरह की वातावरण वाले दूसरे ग्रहों को ढूंढ सके।
Read more - पेट्रोल कैसे बनाए
जहां पर जीवन की संभावना काफी ज्यादा हो ताकी कभी ना कभी इस तरह प्लेनेट की खोज के दौरान हम किसी ऐसे ग्रह को ढूंढ ले, जहां पर किसी ना किसी तरह का एलियन जीवन मौजूद हो । वैसे अभी तक हम पूरे यूनिवर्स में किसी ऐसे ग्रह को तो नहीं ढूंढ पाए हैं, जहां पर जीवन मौजूद हो, पर इसी खोज के दौरान हमने कई अलग तापमान और आकार वाले ग्रहों को देखा जिनमें से कुछ ग्रहों का तापमान कई हजार डिग्री सेल्सियस होता है ।
TOI 2109B
TOI एक गैस जाइंट पालनेट है । जो पृथ्वी से 855 लाइट दूर मौजूद एक f-type स्टार TOI To 2109 को ऑपरेट कर रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है ये ब्रह्मांड में पहचानने वाला सबसे गर्म ग्रह है । इस नए ग्रह अल्ट्रा हॉट जुपिटर में कई सारी गैसों का भंडार है जिसके मुताबिक इसके अंदर सबसे ज्यादा मात्रा में हाइड्रोजन और हीलियम गैस है और इसके मास्टर में हाइड्रोजन करीब 90% से भी ज्यादा मौजूद है ।
ये देखने में तो बिल्कुल जुपिटर की तरह है, लेकिन इसका मास जुपिटर से 5 गुना ज्यादा है और वैज्ञानिकों के मुताबिक़ ये अपना तारे से करीब 0 पॉइंट 7 एस्टॉनोमिकल दूर मौजूद है । जिसके कारण इसे अपने तारे का एक कॉर्बेट पुरा करने में केवल 16 घंटे ही लगते हैं।
आनी आप कह सकते हैं की यहां पर एक साल केवल पृथ्वी के 16 घंटों का होता है। इसकी खोज 2021 में की गई थी। सवाल पर आएं और इसके तापमान की बात की जाए तो इस ग्रह का टेंपरेचर 3300 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। आपको जानकार हैरानी होगी कि पिछले कुछ सालों में वैज्ञानिकों ने कई सारे ओर तुपेचार की खोज की है ।
तो दोस्तो क्या अपके मन में कोई ऐसा सवाल है जो आप हमसे पूछना चाहते हैं तो आप हमे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं । और इसे ही जानकारी के लिए आप हमारे ब्लॉग को subscribe जरूर करें । हमारे ब्लॉग के अंत तक बने रहने के लिए आप सभी लोगो को दिल से धन्यवाद ,,,,,
No comments:
Write comment