Saturday, March 2, 2024

जय गणेश आरती लिरिक्स इन हिंदी

  

Shree Ganesh ji ki aarti Hindi lyrics Ganesh ji की आरती हर सुबह रोजना पूजा करना चाहिए । साफ़ तौर पर कहा जाएं तो कोई भी सुध काम करते हैं । तो Ganesh Ji की आरती और उनका पूजा किया जाता है तभी आपका काम सुध होता है । 

जय गणेश आरती लिरिक्स इन हिंदी

  • जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा देवा आरती बेहद फलदायक है । 


  • हर पूजा पाठ में सबसे पहले गणेश जी की पूजा आराधना की जाती है । 


  •  इस आरती के साथ माता पार्वती और महादेव के भी भोग लगाए जाते हैं । 


जय गणेश आरती लिरिक्स इन हिंदी

अगर आप कोई भी सुभ काम करते हैं । लेकिन आप गणेश जी की आरती और भोग नहीं लगाते हैं । तो ऐसे में आपका शुभ काम पुरा नहीं होता है । इसीलिए आपको हमेशा कोई भी शुभ काम करते हैं तो सबसे पहले आपको गणेश जी की आरती और भोग लगाना चाहिए । तभी आपका काम शुभ होगा । 


भगवान भोले नाथ ने एक बार कार्तिक और गणेश जी को ये कहा था । कि जाओ पुरे श्रृष्टि का वर्णन करो । जो सबसे पहले वापस लोट कर आयेगा । उसी का सबसे पहले पूजा पाठ और भोग लगाया जाएगा । इस बात को सुन कर कार्तिक ने अपना मोर से पुरी श्रृष्टि का वर्णन किया । 


लेकिन गणेश जी के पास चूहा होने के वजह से वो जा नही पाया और अपने माता पिता की परिक्रमा करने लगा । जिसके बाद गणेश जी ने माता पिता से कहा की उनके लिए पुरी श्रृष्टि माता पिता ही है । हमारा जिसे सुनकर माता पार्वती और पिता महादेव ने उन्हे आर्शीवाद दिया । 


और कहा कि पूरी दुनिया में कोई शुभ कार्य करेगा तो सबसे पहले गणेश जी की भोग लगाना चाहिए तभी उसका कार्य शुभ होगा । तभी से गणेश जी की भोग लगाना शुरू हो गया है । तभी कोई शुभ कार्य होता है । 


सो आज आप सभी लोगो को जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा भजन के साथ आपको महादेव के कुछ और भी आरती के बारे में आपको जानकारी देंगे । जो आपको काफी पसंद आयेगा । तो आप हमारे ब्लॉग के अंत तक बने रहे । तो चलिए शुरू करते हैं । 


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जय गणेश जय गणेश,

जय गणेश देवा ।

माता जाकी पार्वती

पिता महादेवा ॥


एक दंत दयावंत,

चार भुजा धारी ।

माथे सिंदूर सोहे

मूसे की सवारी ॥


जय गणेश जय गणेश,

जय गणेश देवा ।

माता जाकी पार्वती

पिता महादेवा ॥


पान चढ़े फल चढ़े,

और चढ़े मेवा ।

लड्डुअन का भोग लगे

संत करें सेवा ॥


जय गणेश जय गणेश,

जय गणेश देवा ।

माता जाकी पार्वती

पिता महादेवा ॥


अंधन को आंख देत,

कोढ़िन को काया ।

बांझन को पुत्र देत

निर्धन को माया ॥


जय गणेश जय गणेश,

जय गणेश देवा ।

माता जाकी पार्वती

पिता महादेवा ॥


'सूर' श्याम शरण आए,

सफल कीजे सेवा ।

माता जाकी पार्वती

पिता महादेवा ॥


जय गणेश जय गणेश,

जय गणेश देवा ।

माता जाकी पार्वती

पिता महादेवा ॥


दीनन की लाज रखो,

शंभु सुतकारी ।

कामना को पूर्ण करो

जाऊं बलिहारी ॥


जय गणेश जय गणेश,

जय गणेश देवा ।

माता जाकी पार्वती

पिता महादेवा ॥


जब भी आप गणेश जी की भोग लगाएं । तब उनके भोग में मोती चूर लड्डू ओर मोदक और केला जेसे फल ही शामिल करे । गणेश जी कि भोग में तुलसी का पता शामिल ना करें । क्योंकि गणेश जी को तुलसी का पता नही चढ़ाया जाता है । 


सो उम्मीद करता हू कि जब भी आप कोई शुभ कार्य करते हैं तो सबसे पहले आपको गणेश जी की भोग और पूजा आरती करना चाहिए क्योंकि गणेश जी आरती से पूजा पाठ शुभ होता है । आज के लिए इतना ही हमारे साथ जुडे रहने के लिए आप सभी लोगो को दिल से धन्यवाद ,,,,,,,,,,,,,,,,,,

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