Saturday, December 9, 2023

क्या शादीशुदा आदमी कोर्ट मैरिज कर सकता है


दोस्तो हाल ही में राज्य सरकार द्धारा एक बडा फेसला लिया गया है । कि इस राज्य के लोग अब एक से ज्यादा शादी नही कर सकते हैं । क्योंकी सरकार बहु विवाह पर प्रतिबंध लगाने को लेकर एक नया कानून लाने जा रहें हैं । 

क्या शादीशुदा आदमी कोर्ट मैरिज कर सकता है

क्या शादीशुदा आदमी कोर्ट मैरिज कर सकता है

सुप्रीम कोर्ट ने बहु विवाह और निकाह हलाला जो कि मुस्लिम में बहु विवाह होते उसे ही हलाल कहा जाता है । जिस से प्रथा की साबंधिक वैधता पर विचार के लिए बीते साल से 5 सदस्यों के पीट का गठन भी किया गया । 


आपको बता दू भारत में बहु विवाह 1961 की जनगणना की मुताबिक 100000 विवाह के नमुने लिए गए और उसमे सर्वे किया गया । पता चला मुसलमानो में बहु विवाह का प्रतिशत महज 5.7 फीसदी था । जो की दूसरे धर्मो के समुदाय में सबसे कम था । हालाकि उसके बाद हुए जनगणना में आंकड़े नहीं जुठाए गए । 


आईपीसी की धारा 494 क्या है ? 

आईपीसी की धारा 494 के तहत मुस्लिम समुदाय के लोग दूसरा निकाह कर सकते हैं । और इसी तरह शरियत कानून में बहु विवाह के अनुमति है । पहली पत्नी की सहमति से 4 शादियां कर सकते हैं । मुस्लिम लोग 


लेकिन इस कानून के तहत सिर्फ पुरुषो को शादी करने का इजाजत है । महिलाए बहु विवाह नही कर सकती है । मुस्लिम महिलाओं को मुस्लिम पर्सनल लॉ ( शरियत ) अधिनियम 1937 के तहत दूसरी शादी की अनुमति नहीं है । 


शादीशुदा महिला भी लव मैरिज कर सकती है

जब की पुरुष 2 से 4 शादी कर सकते हैं । लेकिन महिला को दूसरी शादी करनी है । तो उसे अपने पहले पति से तलाक लेना होगा । तभी वो दूसरी शादी कर सकती है । तो बहु विवाह के दौरान दिक्कत तब आती है । जब तकनीकी तौर पर देखा जाएं


तो पुरुषो को दूसरी विवाह करने से पहले पहली पत्नी से इजाजत लेनी पड़ती है । तलाक देने की कोई जरुरत नहीं है । लेकिन पहली पत्नि के परमिशन के पुरुष दूसरी शादी कर सकते हैं । लेकिन इसमें कई महिलाओं की शिकायत यह है कि उनसे पूछा नही गया । 


और उनके पतियों ने दूसरी शादी कर ली । इसके कारण वो महिलाए काफी अपमानित महसूस करती है । और दोबारा शादी करने वाले मर्दों की पहली पत्नियों पर बच्चो के पालन पोषण का बोझ भी बढ़ जाता है । पति उनका ध्यान नही रखते हैं । क्योंकि वो दूसरे परिवार में बयस्त हो जाते हैं । और इनके वजह से जिंदगी में उन्हें कई कष्ट झेलने पड़ते हैं । 


क्या शादीशुदा आदमी कोर्ट मैरिज कर सकता है अलग अलग राज्य की जानकारी ? 

पूर्व उतर भारत में ये आंकड़े काफी ज्यादा रहे हैं । जेसे की उड़ीसा , तमिलनाडु , तेलेंगाना , आंध्र प्रदेश  , छतीशगढ़ के अलावा भी कई जगहों पर हिंदुओ के मुकाबले मुसलमानों में बहु विवाह ज्यादा प्रचलित हैं । 


हालाकि हमारा हिन्दू विवाह अधिनियम में ऐसा बहु विवाह का कोई प्रधान नही है । तो इस मामले में पूरे समझ रहे होगें की ये तो महिलाओं के साथ गलत हो रहे हैं । क्योंकि ये भेद भाव वाली बात हो जाती है । की महिला दूसरी शादी नही कर सकती है । और पुरुष 4 शादी कर सकते हैं । 


बहु विवाह पर रोक ? 

असम के मुख्या मंत्री हेमंत बिश्रमा ने हाल ही में आपको पता होगा । बाल विवाह पर भी रोक लगाने के लिए काफी ज्यादा अभियान चलाया गया था । करवाई की गई थी । और कई लोगो को अरेस्ट भी करी गई थी । तो अब असम के मुख्या मंत्री हेमंत विशस्रमा जी का ये कहना है कि राज्य में एक विसिश समिति गठित की जायेगी । 


जिससे बहू विवाह पर रोक लगाने के लिए उस समिति से चर्चा की जायेगी । फिर विधान सभा में इस प्रकार का नया कानून लाया जाएगा । और उस कानून को पारित किया जाएगा । और असम राज्य में बहु विवाह पर रोक लगेगी । 


आनी की एक महिला एक ही पति से शादी कर पाएगी । और एक पति भी ए ही पत्नी से शादी कर पाएगी । अगर दोनो को दूसरी शादी करनी है । तो दोनो को तलाक लेना पड़ेगा । तो देखा जाय तो ये कानून वाक्य के सही है । इस से महिलाओं को भी सामान्य अधिकार मिलेंगे । और मर्दों को मर्द होने का गलत फायदा भी नही उठाया जाएगा । 


( Note ) दोस्तो अगर आपके साथ गलत हो रहा है । तो अपनी आवाज उठाए । और सही सरकार को चुने । पैसे की चक्कर में गलत आदमी को अपना वोट ना डाले । वरना आपको इसका सजा आपको जरूर मिलता रहेगा । 


आपके मन में कोई सवाल है । तो  कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताएं । आज के लिए इतना ही हमारे ब्लॉग के साथ अंत तक बने रहने के लिए आप सभी लोगो को दिल से धन्यवाद ,,,,,,,,,,,,,,

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